सतना

जय संविधान इस शब्द को बोलने से सामान्य वर्ग के लोग क्यों गुरेज करते हैं

सपाक्स युवा संगठन जिला अध्यक्ष सतना नीरज मिश्रा

जय संविधान इस शब्द को बोलने से सामान्य वर्ग के लोग क्यों गुरेज करते हैं-सपाक्स युवा संगठन जिला अध्यक्ष सतना नीरज मिश्रा

सतना। जय संविधान इस शब्द को बोलने से सामान्य वर्ग के लोग क्यों गुरेज करते हैं जबकि देश में हर व्यक्ति का इस पर बराबर का अधिकार होना चाहिए मगर राजनीतिक इच्छा शक्ति ने इसे भी बांट दिया

*संविधान दो शब्दो से मिलकर बना होता है*
*सम+संविधान = संविन्धान*

लोग खासकर सामान्य वर्ग के इस नाम से क्यों चिढ़ते हैं की हकीकत समझो पहले

जो कॉलेज में स्कूलों में आपका नाम फ्री में लिखा जाता है गवर्नमेंट आने-जाने का किराया के साथ रहने और ट्यूशन का भी देती है उसका सारा पैसा समान वर्ग से वसूल होता है ना कि अपनी जेब से देती है

किसी भी गवर्नमेंट वैकेंसी में जो आपके लिए फ्री ऑफ कास्ट होता है उसका डबल चार्ज करके समान वर्ग से वसूल लिया जाता है

दिक्कत बोले तो देश के किसी भी सेक्टर में जाओ जिसमें आपको फ्री ऑफ कॉस्ट गवर्नमेंट सर्विस देती है वह सारा का सारा सामान्य वर्ग से ऐसे वसूलते हैं जैसे एक पैथोलॉजी वाला अपने पेशेंट के शरीर से ब्लड निकलता है

जिस दिन आप और सरकार इस मुद्दे को सुलझा लेगी सबसे पहले मैं करूगा संविधान का जय-जय कार।

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